जीवित रहने के लिए शुद्ध पेयजल जरूरी, जल संरक्षण में जागरूकता जरूरी – अनिल तायल
मनुष्य को जीवित रहने के लिए शुद्ध पेयजल की आवश्यकता होती है। बिना जल के जीवन संभव नहीं है। इसके अतिरिक्त कई दैनिक कामों में भी पानी का प्रयोग किया जाता है। इनमें नहाने, धोने, कपड़े और बर्तन साफ करने के लिए भी काफी पानी की आवश्यकता पड़ती है। इन आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए हमारे द्वारा भूगर्भ जल का दोहन किया जाता है। कई बार इन कामों को करते समय हम जागरूकता के अभाव में ज्यादा पानी बर्बाद कर देते हैं।
इसके अलावा कई बार पाइप लाइन और टोटी आदि की लीकेज को ठीक कराने में कुछ लोग लापरवाही करते हैं, जिससे काफी पेयजल बर्बाद हो जाता है। अगर हम इसी तरीके से पेयजल की बर्बादी करते रहे तो एक दिन धरती की कोख में पानी नहीं बचेगा और आने वाली पीढि़यां बूंद-बूंद पानी को तरसेगी। इसलिए आने वाली पीढि़यों को पेयजल की कोई दिक्कत न हो इसके लिए हमें अभी से प्रयास शुरू करने होंगे। उक्त बातें बिलासपुर के समाजसेवी अनिल तायल संरक्षक कमला रानी जगदीश तायल मैमोरियल ट्रस्ट कासना द्वारा कनारसी गांव के चौराहे स्थित शिव मंदिर पर लगाया आरओ वाटर फ्रिज निःशुल्क के दौरान उपस्थित लोगों को सम्बोधित करते हुए अनिल तायल ने कही।
ओमप्रकाश गोयल को बताया कि शहर व कस्बे गांवों में पेयजल की सप्लाई ओवर हैड टैंक से घरों तक पेयजल लाइन बिछाकर की जाती है। कई बार सड़क पर किसी भारी वाहन के गुजरने पर लाइनें टूट जाती हैं और इनसे काफी मात्रा में पेयजल बर्बाद होता रहता है। अगर आसपास के लोग जल्द इसकी सूचना जलकल विभाग को दे दें तो काफी पानी को बर्बाद होने से बचा सकते हैं। इससे पूर्व बिलासपुर स्थित अस्पताल स्थित मुख्य सड़क पर निःशुल्क आर ओ वाटर फ्रिज मैमोरियल ट्रस्ट द्वारा लगवाया गया है । क्षेत्र में और स्थान चिन्हित किए गए हैं, जहां ट्रस्ट द्वारा निःशुल्क शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराया जाएगा।
उन्होंने आसपास के लोगों से पेयजल की बर्बादी रोकने में सहयोग करने का आहवान किया। कहा कि जीने के लिए सभी को शुद्ध पेयजल की आवश्यकता है। इसलिए पेयजल बिल्कुल भी बर्बाद न हो इसके लिए सभी को अपने स्तर से प्रयास करने चाहिए। इसमें सड़क पर जाते समय अगर कोई टोटी खुली मिले तो थोड़ा समय निकालकर उसे बंद करने का प्रयास करें। बाल्टी भरने के बाद भी अगर कोई व्यक्ति पानी की टोटी बंद नहीं करता तो उसे पेयजल के महत्व के बारे में बताएं, जिससे वह आगे से पेयजल की बर्बादी न करे। आज से ही सभी को पानी को बर्बाद होने से बचाने का प्रयास करना चाहिए, जिससे आने वाली पीढि़यों को शुद्ध पेयजल के लिए इधर-उधर भटकना नहीं पड़े।
इस मौके सुमित नागर ,मोनी ठेकेदार जीतराम प्रधान ,विपिन नागर, शिवा नागर ,बिल्लू नागर ,विकास प्रधान, अशोक नागर ईश्वर ठेकेदार, गुल्लड नागर, योगेश, प्रेमराज पहलवान, अजय नागर आदि लोग मौजूद रहे I