दरभंगा मेडिकल कॉलेज में MBBS के छात्रों के साथ रैगिंग , जांच के निर्देश

 दरभंगा मेडिकल कॉलेज में MBBS के छात्रों के साथ रैगिंग , जांच के निर्देश

दरभंगा मेडिकल कॉलेज में एमबीबीएस प्रथम वर्ष के छात्रों की कथित रैगिंग की शिकायत नेशनल मेडिकल कमीशन को मिली है। सूत्रों के अनुसार शिकायत मिलने पर नेशनल मेडिकल कमीशन (एनएमसी) ने मामला दर्ज करते हुए दरभंगा मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. केएन मिश्रा को मामले की तहकीकात व कार्रवाई कर सूचित करने का निर्देश दिया है। 

सूत्रों के अनुसार प्रथम वर्ष के कुछ छात्रों ने एनएमसी से शिकायत की थी कि उन लोगों की रैगिंग की जा रही है। उनकी शिकायत पर एनएमसी की ओर से केस ( बीआर-6536जेडीएस1527) दर्ज किया गया है। शिकायत करने वाले छात्रों का नाम गुप्त रखा गया है। 

सूत्रों के अनुसार एनएमसी से सूचना मिलने पर दरभंगा मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. केएन मिश्रा हरकत में आए। उन्होंने अपने कार्यालय कक्ष में शनिवार को एन्टी रैगिंग कमेटी की आपात बैठक बुलाई। बैठक में एन्टी रैगिंग कमेटी के सदस्य सर्जरी विभागाध्यक्ष डॉ. वीएस प्रसाद, टीबी एवं चेस्ट विभाग के अध्यक्ष डॉ. ओपी गिरी, मेडिसिन विभाग के सह प्राध्यापक डॉ. आरके दास, एनाटॉमी विभाग के अध्यक्ष डॉ. एसके कर्ण व फिजियोलॉजी विभाग की अध्यक्ष डॉ. शीला कुमारी शामिल हुए। इनके अलावा बायोकेमिस्ट्री विभाग के अध्यक्ष डॉ. एसके सिंह, पैथोलॉजी विभाग की सह प्राध्यापक डॉ. पूनम कुमारी, ईस्ट हॉस्टल के वार्डेन डॉ. कार्तिक प्रसाद और एनडीएच के असिस्टेंट वार्डेन डॉ. कुणाल शंकर ने भी बैठक में भाग लिया। 

सूत्रों के अनुसार एन्टी रैगिंग कमेटी ने प्रथम वर्ष के छात्रों को बुलाकर रैगिंग को लेकर एनएमसी को भेजी गई शिकायत के संबंध में पूछा गया। साथ ही उन लोगों की दिक्कतें जाननी चाही। सूत्रों के अनुसार कोई भी छात्र खुलकर सामने नहीं आया। इसे देखते हुए कमेटी ने अपने स्तर से जानकारी जुटाने का निर्णय लिया।


पूछने पर प्राचार्य ने एनएमसी की ओर से रैगिंग को लेकर सूचित किये जाने की बात को पूरी तरह नकार दिया। साथ ही उन्होंने मामले को लेकर एन्टी रैगिंग कमेटी की आपात बैठक बुलाने की बात से भी इनकार कर दिया। उन्होंने कहा कि सामान्य बैठक बुलाई गई थी जिसमें सदस्यों को समय-समय पर छात्रावास का औचक निरीक्षण करने को कहा गया है। उन्होंने आपातकालीन बैठक के लिए पत्र जारी करने की बात से इनकार किया जबकि उनकी ओर से जारी किए गए पत्र की प्रति ‘हिन्दुस्तान’ के पास है। 

संबंधित खबर -