पूर्व केन्द्रीय मंत्री क़ाज़ी रशीद मसूद की अचानक तबीयत बिगड़ने से हुई मृत्यु
उत्तर प्रदेश की राजनीति में अपनी अलग पहचान रखने वाले पूर्व केंद्रीय मंत्री काजी रशीद मसूद का सोमवार सुबह निधन हो गया। रशीद मसूद लंबे समय से बीमार चल रहे थे। कुछ दिन पहले ही उनकी कोरोना रिपोर्ट भी पॉजिटिव आई थी, जिसके बाद उन्हें दिल्ली के एक निजी अस्पताल में भर्ती किया गया था। वहां से ठीक होकर करीब 4 दिन पहले रशीद मसूद सहारनपुर लौट आए थे। सहारनपुर लौटने के बाद रशीद मसूद को फिर से स्वास्थ्य संबंधी परेशानी होने लगी, जिसके बाद उन्हें रुड़की के एक प्राइवेट अस्पताल में भर्ती किया गया था। सोमवार की सुबह फिर रशीद मसूद की तबीयत अचानक बिगड़ गई।
डॉक्टर ने उनको बचाने का हर संभव प्रयास किया, लेकिन बचाया ना जा सका। रशीद मसूद के निधन के बाद सहारनपुर ही नहीं, बल्कि उत्तर प्रदेश में उनके समर्थकों के अंदर शोक की लहर दौड़ गई। रशीद मसूद के निधन की जानकारी मिलते हैं उनके समर्थक सहारनपुर स्थित उनके आवास पर पहुंचने शुरू हो गए| आज शाम को 5 बजे काजी रशीद मसूद को गंगोह स्थित उनके पैतृक गांव में दफनाया जाएगा।
बता दिया जाए कि काजी रशीद मसूद उत्तर प्रदेश की राजनीति का वह चेहरा थे जिनकी पकड़ कांग्रेस, सपा से लेकर बसपा तक थी। काजी रशीद मसूद सहारनपुर लोकसभा से कई बार सांसद रह चुके हैं। इसके अलावा राज्यसभा सांसद भी रह चुके हैं। केंद्र में भी काजी रशीद मसूद मंत्री रह चुके है। उनकी पहचान सहारनपुर नहीं बल्कि उत्तर प्रदेश के अंदर एक बड़े नेता के रूप में थी। काजी रशीद मसूद एक ऐसे नेता थे सहारनपुर के जिनको हर धर्म का व्यक्ति अपना नेता मानता था।