BIHAR : सांस्कृतिक धरोहरों के बचाव के लिए आपदाओं के खतरे की पहचान जरूरी:पी एन राय

 BIHAR : सांस्कृतिक धरोहरों के बचाव के लिए आपदाओं के खतरे की पहचान जरूरी:पी एन राय

सांस्कृतिक धरोहरों के बचाव के लिये प्रशिक्षण का आज दूसरा दिन था

आज प्रशिक्षण लेने वाले प्रतिनिधि पटना के ऐतिहासिक साइट्स भ्रमण का करेंगे

पटना : आपदा प्रबंधन प्राधिकरण और नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ डिजास्टर मैनेजमेंट द्वारा संयुक्त रूप से प्रिजवेसन एंड कंजर्वेसन ऑफ कल्चरल हेरिटेज साइट्स प्रिसिंकट्स फ्रॉम डिजास्टर विषय पर पांच दिवसीय ट्रेनिंग के दूसरे दिन प्रशिक्षणार्थियों को जानकारी देते हुए आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के मा सदस्य पी एन राय ने कहा कि सांस्कृतिक धरोहरों की रक्षा के लिए इसके खतरे की पहचान और इसके सुरक्षा की त्वरित तैयारी जरूरी है।

बिहार म्यूजियम में चल रहे प्रशिक्षण में उन्होंने कहा कि यदि आप खतरा की पहचान कर लेंगे तो इसका बचाव आसान हो जाएगा। राज्य के सभी जिलों के धरोहरों के बारे में वहाँ के प्रशिक्षणार्थियों से जानकारी लेते हुए उनसे ही बचाव के लिए सुझाव भी मांगा गया। इस दौरान गोलघर, कुम्हरार, कामलदह जैन मंदिर आदि की सुरक्षा पर विमर्श भी किया गया।

आपको बता दें इसके पहले बिहार म्यूजियम के पूर्व डीजी उमेश मिश्र, एनडीएमए के संतोष कुमार और SDRF के K.K झा ने सांस्कृतिक धरोहरो के रखरखाव और रक्षा के विषयों पर विस्तार से जानकारी दी। प्रशिक्षण के तीसरे दिन सभी प्रशिक्षणार्थियों को राजधानी पटना के विभिन्न ऐतिहासिक धरोहरों एवं महत्पूर्ण साइट्स का भ्रमण कार्यक्रम है। उन्हें गोलघर, सभ्यतद्वार,कुम्हरार, अगमकुआं आदि स्थलों पर ले जाया जाएगा।

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