सांई रहम नजर करना, बच्चों का पालन करना साईं बाबा
सांई रहम नजर करना, बच्चों का पालन करना ।
जाना तुमने जगत पसारा, सबही झूठ जमाना ।।
मैं अंधा हूँ बंदा आपका, मुझको प्रभु दिखलाना ।।
दास गनू कहे अब क्या बोलूं, थक गई मेरी रसना ।।
रहम नजर करो, अब मोरे साई ।
तुम बिन नहीं मुझे माँ बाप भाई ॥
मैं अंधा हूँ बंदा तुम्हारा ।
मैं ना जानूं अल्लाइलाही ।।
खाली जमाना मैंने गंवाया ।
साथी आखिर का किया न कोई ।।
अपने मस्जिद का झाडू गणू है ।
मालिक हमारे, तुम बाबा साई ।।