हरियाणा के नूंह में शौभा यात्रा के दौरान हुए दंगे का आखों देखा हाल इस लड़के ने बताया, कैसे बचाई अपनी जान

हरियाणा के मेवात-नूंह इलाके में सोमवार को एक धार्मिक यात्रा निकलने के दौरान दो समुदायों के बीच हिंसा हो गई। हिंसा में दो होमगार्ड समेत चार लोगों की मौत हुई है। जबकि 30 से ज्यादा पुलिसकर्मी जख्मी हुए हैं। हिंसा पर काबू पाने के लिए अर्धसैनिक बलों की 20 कंपनियां तैनात की गई हैं।
इस हिंसक घटना से अपनी जान बचाकर दिल्ली आए एक हिंदू लड़के ने बताया कि किस तरह का वहां का माहौल था। मिडिया से बातचीत में लड़का ने अपना नाम स्वतंत्र भारद्वाज बताया। यह लड़का भी शौभा यात्रा में शामिल था। उसने बताया कि शौभा यात्रा बिल्कुल शांति पूर्वक निकाला गया। इस यात्रा में बच्चे और महिलाएं भी शामिल थी।
उसने बताया कि अगर हमलोगों को लड़ाई या दंगा करने का रहता तो हम छोटे बच्चे और महिलाओं को क्यों ले जाते ? हमालोगों का लड़ाई करने का कोई इरादा नही था। अचानक शौभा यात्रा के दौरान मुस्लिम समुदाय के लोग हम हिंदू भाइयों को पत्थर से मरना शुरू कर दिया । देखते ही देखते हिंसा सोहना से गुरुग्राम तक फैल गई। ऐसे में बहुत सी महिलाएं मंदिर में ही फंसी थी।
आगे उसने बताया कि वहां ऐसा माहौल हो गया था तो हम लोगों को लग रहा था कि कही हम पाकिस्तान में तो नहीं आ गए है। जिस तरह से मुस्लिम समुदाय के महिला और पुरुष दोनों हम लोगों पर पत्थराव कर रहे थे। हम लोगों को अपनी जान बचाने के लिए हाथ में जो कलावा बांधे थे वो भी निकाल दिया। टीका भी मिटा दिया। हम लोगों के साथ टारगेट किलिंग होने लगा I उसने भागने का भी जगह नहीं मिल रहा था। हम लोग काफी डर गए थे। किसी तरह महिलाओं और बच्चों को बचाया।