चिकित्सक पे हो रहे अत्याचार मे स्पीड ट्रायल चला के दोषियो को जल्द से जल्द सजा देनी चाहिए !
राज्स्थान लालसोट मे महीला चिकित्सक डा अर्चना शर्मा कि आत्महत्या मानवता को शर्मशार करती है! चिकित्सक जिसे धरती पे दुसरा भगवान कहा जाता है,उनको ईस तरह से प्रतारित करना और आत्महत्या पे मजबुर करना कही ना कही असभ्यता का परीचय है! सभ्य समाज मे !जिस तरह लालसोट मे अपनी नेतागीरी चमकाने के लिऐ मुठ्ठी भर लोग महीला चिकित्सक पे हत्या का आरोप लगाते है,और आत्महत्या पे मजबुर किया ,जिससे परेशान हो के महीला चिकित्सक ने आत्महत्या कर ली!
इससे आज देश क सारे चिकित्सक मे डर और भय का माहौल है,सारे चिकित्सक और आम जनता ईस घटना से आक्रोसित है!ईस घटना मे पुलिस को भी मामले की अच्छे से जाँच परताल कर के प्राथमिकी दर्ज करनी चाहीऐ! सरकार को ईस घटना की जाँच करा के दोषियो पर कारवाई करनी चाहिए एवं डा अर्चना शर्मा के पिडित परिवार को 5 करोड का मुआवजा देना चाहिए!
इस तरह की घटना भविष्य मे ना हो इसके लिए सरकार को मेडीकल एक्ट का गठन करना चाहिए ,और चिकित्सक पे हो रहे अत्याचार पे स्पीड ट्रायल चला के दोषियो को जल्द से जल्द सजा देनी चाहिए !और जरूरत पडने पे चिकित्सक को अविलंब सुरक्षा प्रदान करनी चाहिए !
डा आर के गुप्ता
राष्टीयअध्यक्ष आयुस्मान भारत फाऊन्डेशन