पटना, 9 अगस्त: फ़क़ीरी की ज़िंदगी जीने वाले हिन्दी के महान साहित्य सेवी आचार्य शिव पूजन सहाय का साहित्यिक व्यक्तित्व हिमालय की तरह ऊँचा था। गीतों के राज कुमार थे नेपाली। उनके गीत हिमशिखर से झरते हुए प्रखर प्रपात की तरह थे। इन दोनों साहित्य-मनीषियों ने हिन्दी का बड़ा उपकार किया। साहित्य के लिए जिए […]Read More