दुनिया से दिल लगाकर सोचों तो क्या मिलेगा | साईं से लौ लगा लो तुम्हे आसरा मिलेगा || पद – सम्पदा- प्रतिष्ठा सब तो यही रहेगा | कुछ तो अरज लो ऐसा , तेरे साथ जो चलेगा || आये हो तो अकेले , जाओगे भी अकेले | मृत्यु से आगे कोई रिश्ता न जा सकेगा […]Read More
Tags : bhajan
किश्ती को किनारा मिल गया | मुझको साईं का सहारा मिल गया ||(1) क्यों करूँ चिंता भला संसार की | उनकी रहमत का इशारा मिल गया ||(2) ढूंढ़ता फिरता था जिनको दर – बदर | अपने दिल में ही वो प्यारा मिल गया ||(3) व्यर्थ होती जा रही थी […]Read More