दरभंगा, 1 अप्रैल। लब्ध प्रतिष्ठित इतिहासकार एवं शिक्षाविद प्रोफेसर रत्नेश्वर मिश्र ने कहा है कि मूल भाषा और अनुदित भाषा का सम्यक् ज्ञान समुचित अनुवाद के लिए आवश्यक होता है। ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय इतिहास विभाग के पूर्व विभागाध्यक्ष एवं वरिष्ठ इतिहासकार प्रोफेसर रत्नेश्वर मिश्र ने शनिवार को ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय इतिहास विभाग और […]Read More