फूलों में सज रहे हैं, श्री वृंदा बिपिन बिहारीऔर संग में सज रही हैं, श्री वृषभानु की दुलारी टेढ़ा सा मुकुट सिर पर, रखा है किस अदा सेकरुणा बरस रही है, करुणा भरी नजर सेबिन मोल बिक गए हैं, जबसे छवि निहारी बहियां गले में डाले, जब दोनों मुस्कुरातेसबको ही लगते प्यारे, सबके ही मन […]Read More
Tags : SHRI VRINDA VIPIN BIHARI
फूलों में सज रहे हैं, श्री वृंदा बिपिन बिहारी|और संग में सज रही हैं, श्री वृषभानु की दुलारी|| टेढ़ा सा मुकुट सिर पर, रखा है किस अदा से|करुणा बरस रही है, करुणा भरी नजर से|बिन मोल बिक गए हैं, जबसे छवि निहारी|| बहियां गले में डाले, जब दोनों मुस्कुराते|सबको ही लगते प्यारे, सबके ही मन […]Read More