प्रतापगढ़।चिलबिला स्थित रामपाल परिसर द्वितीय खण्ड में वृंदावन से पधारे कथा व्यास पवन देव जी महराज द्वारा सप्तम दिवस या विश्राम दिवस पर सुदामा एवं भगवान श्री कृष्ण जी की मित्रता, परीक्षितजी की मोक्ष प्राप्ति आदि का मनोहारी वर्णन किया गया। इसके पूर्व भगवान श्री कृष्ण एवम रुक्मिणी के विवाह महोत्सव का विवरण प्रस्तुत किया […]Read More