नई शिक्षक नियमावली के विरोध में सड़क पर उतरें शिक्षक, पूरे बिहार में शिक्षक संघ प्रखंड स्तर पर किया प्रदर्शन
पटना- नई शिक्षक नियुक्ति नियमावली के विरोध में सड़क पर उतरें शिक्षक, पूरे बिहार में शिक्षक संघ प्रखंड स्तर पर किया प्रदर्शन। इसी कड़ी में आज पटना में भी शिक्षक संघ ने किया प्रदर्शन।
विद्यालय अध्यापक नियमावली 2023 की निरस्त करने की मांग के कारण-
(1) पहले के पंचायती राज के तहत बिहार सरकार और शिक्षा विभाग द्वारा नियोजित/ नियुक्त शिक्षकों को जो 15_16 वर्षों से कार्यरत हैं उन्हें भी खुली प्रतियोगिता परीक्षा के द्वारा विद्यालय अध्यापक बनने की बात कही गई है। उनकी सेवा का कोई वेटेज नहीं दिया गया है।
(2) हाई स्कूल में भाषा शिक्षक बनने के लिए तीनों वर्ष संबंधित भाषा को पढ़ा जाना अनिवार्य किया गया है और सब्सिडियरी पढ़ने वाले को आवेदन के योग्य नहीं माना गया है जबकि 2006, 2008,2012,2020 की नियमावली में सब्सिडियरी या सहायक विषय के रूप में भाषा( हिन्दी,अंग्रेजी,संस्कृत,उर्दू आदि)पढ़ने वाले को भाषा शिक्षक के पद पर नियुक्ति की अनुमति दी गई है।
(3) सरकारी कर्मी बनाने का लालच देते हुए हाई स्कूल के अध्यापकों को 31000 मूल वेतन देने की बात कही गई है किंतु इसी के समकक्ष सहायक शिक्षकों का सप्तम वेतन के अनुसार 44900 मूल वेतन होता है।(4) इस नियमावली में सेवा शर्तों जैसे अवकाश,अनुकंपा पर नियुक्ति, प्रोन्नति,वेतन संरक्षण, वरिष्ठता का निर्धारण जैसे बिंदुओं पर चर्चा नहीं है।