शिक्षा व्यवस्था में सुधार लाने के लिए केके पाठक के नए-नए आदेशों से शिक्षक परेशान, काली पट्टी बांधकर विरोध
बिहार राज्य प्राथमिक शिक्षक संघ के आह्वान पर शुक्रवार (24 मई) को सभी जिले के शिक्षक विरोध स्वरूप अपने बांह पर काली पट्टी बांधकर शिक्षण कार्य कर रहे हैं I ये विरोध शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक के गलत आदेशों के खिलाफ किया जा रहा है I शिक्षकों का कहना है कि अगर ये आदेश वापस नहीं लिए गए तो विद्यालय में तालाबंदी की घोषणा की जाएगी I
आपको बता दें बिहार की शिक्षा व्यवस्था में सुधार लाने के लिए शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक के जारी किए जा रहे नए-नए आदेश से शिक्षकों में हड़कंप मची हुई है, वहीं दूसरी ओर शिक्षा विभाग की मनमानी और तानाशाही पूर्ण रवैये से परेशान होकर बिहार के सभी शिक्षक धीरे-धीरे बड़े आंदोलन की ओर बढ़ रहे हैं, जिसकी आहट सुनाई देने लगी है I इसका जीता-जागता उदाहरण आज शुक्रवार 24 मई को देखने मिल रहा है I
बिहार राज्य प्राथमिक शिक्षक संघ के प्रदेश इकाई ने करीब एक सप्ताह पूर्व बीते 17 मई दिन शुक्रवार को बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नाम प्रेषित पत्र के हवाले से शिक्षा विभाग के मनमानी व तानाशाही रवैया पर जमकर निशाना साधा है I संघ के भेजे गए पत्र में कहा गया है कि शिक्षा विभाग के मनमानी और तानाशाही रवैया से सम्पूर्ण राज्य के शिक्षक परेशान हैं, शिक्षा विभाग के विभिन्न आदेशों से ऐसा प्रतीत होता है कि शिक्षा विभाग के पदाधिकारियों का मस्तिष्क खराब हो चुका है I पत्र में साफ कहा गया है कि शिक्षा विभाग की मनमानी व गलत आदेशों के विरुद्ध कई बार उन्हें (सीएम नीतीश कुमार को) पत्र लिखा गया, लेकिन उनके स्तर से अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है I
इन आदेशों में कनीय लोगों यथा शिक्षा सेवक (टोला सेवक), तालीमी मरकज आदि से विद्यालयों का निरीक्षण, ग्रीष्मावकाश में भी विद्यालय को खोलना, शिक्षा विभाग में लूटपाट, विद्यालयों के संचालन की अवधि 9 से 5 बजे तक करना एवं वर्तमान में भीषण गर्मी के बावजूद विद्यालयों का संचालन प्रातः 6 बजे से 12 बजे तक एवं मिशन दक्ष के संचालन को लेकर शिक्षकों के लिए दोपहर 1:30 बजे तक करना, रोजाना प्रधानाध्यापकों से विद्यालय अवधि के बाद वीसी करना आदि आदेशों से शिक्षक एवं शिक्षार्थियों को काफी कठिनाई का सामना करना पड़ रहा है I इन्हीं सब आदेशों से त्रस्त होकर राज्य के शिक्षक आज शुक्रवार को विरोध स्वरूप काली पट्टी लगाकर शिक्षण कार्य कर रहे हैं I अगर सरकार इसके बावजूद अपने गलत आदेशों को वापस नहीं लेती है, तो बाध्य होकर राज्य के सभी विद्यालयों में पूर्ण तालाबंदी की घोषणा की जाएगी I