राजस्थान के अलवर में 300 साल पुराना मंदिर तोड़े जाने का मामला पहुंचा हाई कोर्ट, जानें क्या है पूरा मामला
राजस्थान के अलवर जिले के सराय मोहल्ले में 300 साल पुराना शिव मंदिर तोड़े जाने का मामला सड़क से लेकर अब राजस्थान हाइकोर्ट पहुंच चुका है। इस मामले में बीते दिन सोमवार को राजस्थान हाई कोर्ट में वकील अमितोष पारीक की ओर से याचिका (PIL) लगाई गई है जिसमें राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के साथ जिला कलेक्टर, सब डिविशनल मजिस्ट्रेट, एग्जीक्यूटिव अफसर नगरपालिका अवं अन्य को पार्टी बनाया गया है।
वकील अमितोष पारीक ने बताया कि राजगढ़ अलवर में सरकार द्वारा असंवैधानिक एवं कानून विरोधी तरीके से मास्टर प्लान के तहत आम जनता के घरों को व्यापारियों की दुकानों और प्राचीन शिव मंदिर के साथ अन्य मंदिरों को तोडा गयाI जिसके विरुद्ध हमने प्रकाश ठाकुरिया बनाम राज्य सरकार व अन्य के खिलाफ जनहित याचिका दायर की है। वकील अमितोष पारीक ने यह भी बताया कि असंवैधानिक तरीके से शिव मंदिर को तोड़ने से हिन्दू समाज की भावनाओं को ठेस पहुची है और निर्दोष लोगों के मूल अधिकारों का हनन हुआ है। इन सब बातों को ध्यान में रखकर हमने जनहित याचिका लगायी है।
यह है पूरा मामला – आपको बता दें राजस्थान के अलवर में 300 साल पुराने एक मंदिर को बुलडोजर से तोड़ दिया गया I इतना ही नही मंदिर परिसर में स्थापित शिवलिंग को कटर से काटा गया I इसके अलावा मंदिर परिसर में स्थापित भगवान शिव और हनुमान की मूर्तियों के साथ साथ अन्य देवी देवताओं की मूर्तियों को खंडित किया गया I इस मामले पर राजनीति भी जोरशोर हो रही हैI कांग्रेस और बीजेपी एक-दूसरे पर मंदिर तोड़ने का आरोप लगा रहे हैंI इस मामले को लेकर हिंदू संगठनों में काफी रोष है I खबरों के मुताबिक अलवर के राजगढ़ में प्रचीन शिव मंदिर को अतिक्रमण बताकर तोड़ा गया है I