मौसंबी में छिपे हैं सेहत के राज़, दूर रखती है अपच और कई बीमारियों से..!!
नींबू जाति का फल मौसमी अपनी पौष्टिकता के लिए पूरे भारत में प्रसिद्ध है। शक्तिवर्धक और स्वास्थ्यवर्धक होने की वजह से यह फल मरीजों के एक ग़ुणकारी फल है। इससे न केवल शारीरिक निर्बलता दूर होती है बल्कि कब्ज से भी राहत मिलता है। विटामिन ए और सी का स्रोत मौसमी बच्चों के शरीर के लिए बेहद ही लाभदायक है क्योंकि इसके सेवन से शारीरिक कमजोरी दूर होती है।
मौसमी खाने के फायदे –
- विटामिन सी का स्रोत मौसमी से दांतों और मसूढ़ों को सुरक्षा मिलती है।
- मौसमी का जूस पीने से ह्रदय रोगी के लिए हार्ट अटैक की आशंका कम हो जाती है क्योंकि इसका रस रक्त वाहिनियों में कोलेस्ट्रोल के अवरोध को खत्म करता है।
- गर्भावस्था में वमन या उलटी के कारण स्त्रियां अधिक पौष्टिक आहार नहीं ले पाती। ऐसी स्थिति में उन्हें प्रतिदिन मौसमी का जूस पीना चाहिए। मौसमी के जूस में अनार या संतरे का रस मिलाकर पीने से उलटी की समस्या दूर होती है।
- शरीर में जब पानी की कमी हो तो आप ज्यादा से ज्यादा मौसमी का सेवन कीजिए।
- किसी भी रोग से अधिक समय तक पीड़ित रहने पर या शारीरिक निर्बलता अधिक होने पर मौसमी का रस पिलाने से निर्बलता नष्ट होती है। मौसमी का रस आंतों में एकत्र विषैले अंश को भी निकालता है।
- मौसमी के रस के सेवन से शारीरिक निर्बलता के कारण उत्पन्न थकावट नष्ट होती है।
- टायफाइड में जब रोगी को कोई आहार नहीं दिया जाता है, उस समय मौसमी का रस देना गुणकारी है। इससे शारीरिक क्षीणता नष्ट होती है।
- मौसमी एक एंटीसेप्टिक और एंटीबैक्टीरियल फल है। इसे खाने से रोग-निरोधक क्षमता विकसित होती है।
- रक्त विकार के कारण अधिक फोड़े-फुंसियां निकलने, खाज-खुजली की समस्या होने पर प्रतिदिन सुबह-शाम मौसमी का रस पीने से खून साफ होता है और सभी विकृतियां नष्ट होती है।
- प्रतिदिन दो सौ ग्राम मौसमी का रस पीने से कब्ज दूर होता है और मुंहासे भी जल्दी नष्ट होते हैं।