खाद की कालाबाज़ारी रोकने में पूरी तरह विफल है राज्य सरकार
- रकार का कृषि विभाग भ्रष्टाचारियों की गिरफ्त में
- केंद्र सरकार की सब्सिडी की हो रही है लूट
पटना :नेता प्रतिपक्ष विजय कुमार सिन्हा ने कहा है कि राज्य सरकार की अकर्मण्यता की वजह से बिहार में खाद की किल्लत उत्पन्न हुई है। सरकार का कृषि विभाग भ्रष्टाचारियों और चोरों का अड्डा बना हुआ है।
केंद्र सरकार ने रबी सीजन में 208142 मे टन यूरिया, 66736 मे टन डीएपी, 43712 मे टन एनपीके तथा 10017 मे टन एमओपी उपलब्ध कराया है। केंद्र सरकार किसानों को प्रति बोरी यूरिया पर 900 रु., डीएपी पर 1210 रु. तथा एमओपी पर 303 रुपए की सब्सिडी दे रही हैं। मगर बिचौलियों व दलालों की वजह से पूरे प्रदेश में खाद की कालाबाज़ारी और जमाखोरी जारी है।
राज्य सरकार का तंत्र पूरी तरह निक्कमा बना हुआ है। किसानों को खाद के लिए सुबह से शाम तक बिस्कोमान के आउटलेट का चक्कर लगाना पड़ रहा है। सरकार के मुखिया अपने नए आका को खुश कर अपनी कुर्सी बचाने की जुगत में दिन-रात लगे हुए हैं। उन्हें बिहार के लाखों किसानों की कोई चिंता नहीं है।
उनके पूर्व कृषि मंत्री ने ही कहा था कि बिहार का कृषि विभाग चोरों का अड्डा बना हुआ है और वे चोरों के सरदार हैं। फिर भी मुख्यमंत्री को होश नहीं आया। इसी का नतीजा है कि बिहार के किसान एक-एक दाने के लिए सुबह से शाम तक धक्का खा रहे हैं, मगर सरकार निश्चिंत हो कर बैठी हुई है।