घर में नहीं होगी धन की कमी, होगा खुशियों का वास, अपनाएं ये वास्तु टिप्स
वास्तु शास्त्र के अनुसार घर का मुख्य द्वार (Main Gate) वह स्थान है, जिससे होकर खुशियां हमारे घर में आती हैं. घर का मुख्यद्वार अगर सही दिशा में बना है, तो आपके घर में न केवल सकारात्मक ऊर्जा (Positive Energy) का संचार बना रहेगा, बल्कि खुशहाली और धन-धान्य भी बना रहेगा. साथ ही मां लक्ष्मी की कृपा भी आप पर बरसती रहेगी. वास्तु शास्त्र के अनुसार यदि आप अपने घर का दरवाजा वास्तु के नियमों के अनुसार बनवाते हैं, तो आपके घर में सकारात्मकता हमेशा बनी रहेगी. आइए जानें कैसा हो आपके घर का मुख्यद्वार-
मुख्यद्वार पर हमेशा नेमप्लेट लगानी चाहिए. इससे आपके घर में खुशहाली, धन-धान्य आता है.
इसपर धूल न जमा होने दें और इसे रोज एक बार पोछें ताकि साफ रहे.
मुख्य द्वार आयताकार होना चाहिए और इसे लकड़ी का बनवाना चाहिए.
ऐसा करने से घर में सकारात्मक ऊर्जा बनी रहती है और घर में पैसे की कमी नहीं होती.
मेनगेट में मेटल का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए.
घर के मुख्यद्वार पर हमेशा डोरमैट रखना चाहिए यह आपको नकारात्मक ऊर्जा और कई प्रकार की परेशानियों से बचाता है. घर का मेनगेट अन्य सभी दरवाजों से बड़ा होना चाहिए.
मेनगेट दो किवाड़ (पल्ले) वाला होना चाहिए इससे आपके घर में धन-धान्य बना रहता है.
मेनगेट बनवाते समय इस बात का ख्याल रखना चाहिए कि इसके पल्ले बाहर की तरफ खुलें.
इससे घर में सुख, सम्पदा बनी रहती है.
घर के निकलने के मार्ग पर रोशनी का प्रबंध जरूर करें.
लाल रंग की लाइट्स से दूरी बनाए रखें और अंधेरा होते ही द्वार पर रोशनी जरूर करें
आज कल छोटे घर होते हैं. ऐसे में जगह कम ही होती है, तो कई लोग अपने घर के मुख्य दरवाजे पर ही शू रैक रखते हैं. इससे उन्हें आसानी होती है. मगर ऐसा नहीं करना चाहिए.
मुख्य द्वार पर कूड़ेदान आदि भी नहीं रखना चाहिए.
मुख्य द्वार के निकट टूटा फूटा सामान जैसे टूटा फर्नीचर, कुर्सियां आदि न रखें. इससे देखने में बुरा भी लगता है और इसे अच्छा नहीं माना जाता .