इस दिन है वैनायकी श्री गणेश चतुर्थी और 22 मार्च से होलाष्टक शुरू
16 मार्च (मंगलवार) : फाल्गुन शुक्ल तृतीया रात्रि 8 बजकर 59 मिनट तक उपरांत चतुर्थी।
17 मार्च (बुधवार) : फाल्गुन शुक्ल चतुर्थी रात्रि 11 बजकर 29 मिनट तक पश्चात् पंचमी। वैनायकी श्री गणेश चतुर्थी।
18 मार्च (गुरुवार) : फाल्गुन शुक्ल पंचमी रात्रि 2 बजकर 10 मिनट तक तदनन्तर षष्ठी। ब्रह्मर्षि याज्ञवल्क्य जयंती।
19 मार्च (शुक्रवार) : फाल्गुन शुक्ल षष्ठी रात्रि 4 बजकर 49 मिनट तक।
20 मार्च (शनिवार) : फाल्गुन शुक्ल पंचमी अहोरात्र (दिन-रात)। सायन बसंत ऋतु प्रारंभ। सूर्य का उत्तर गोल प्रवेश।
21 मार्च (रविवार) : फाल्गुन शुक्ल सप्तमी प्रात: 7 बजकर 11 मिनट तक। पश्चात अष्टमी। सप्तमी तिथि की वृद्धि।
22 मार्च (सोमवार) : फाल्गुन शुक्ल अष्टमी प्रात: 9 बजकर 01 मिनट तक तदनंतर नवमी। राष्ट्रीय शक चैत्र एक संवत 1943 आरंभ। होलाष्टक आरंभ।
पं. वेणीमाधव गोस्वामी