औरंगाबाद तेरी यही कहानी, मंदिरों के आगे भरता है गन्दा पानी
औरंगाबाद (बुलंदशहर ) औरंगाबाद बुलंदशहर जनपद का प्रमुख कस्बा है। इस कस्बे में प्राचीन नागेश्वर मंदिर परिसर में जल भराव की समस्या तमाम आश्वासनों के बाबजूद हल नहीं हो सकी है। ताज़ा तरीन मामला पवसरा रोड़ पर पंप नं दो के नजदीक माता पथवारी मंदिर का है। जन प्रतिनिधियों की लापरवाही और नौकरशाही की लालफीताशाही के चलते हजारों हिन्दुओं की आस्था के प्रतीक माता पथवारी मंदिर के बाहर मल मूत्र से दूषित गंदा पानी तमाम व्यवस्था को आईना दिखाता साफ नजर आ रहा है।
इस स्थान पर सड़क गड्ढों में तब्दील हो चुकी है इसी के चलते कस्बे का गन्दा पानी सड़क पर तालाब जैसा नजारा दिखाता रहता है। मजे की बात यह है कि विकास का ढिंढोरा पीटने वाले सांसद विधायक चेयरमैन सभासदों अधिशासी अधिकारी तक को यह सब नज़र ही नहीं आता। यही हाल औरंगाबाद ही नहीं समूचे जनपद में जन जन की आस्था का केंद्र बने प्राचीन नागेश्वर मंदिर परिसर में जल भराव का है। जरा सी बारिश होते ही नालियों का गन्दा पानी मंदिर परिसर में जाने लगता है और श्रृद्धालुओं को मंदिर पहुंचने में भारी मुसीबत का सामना करना पड़ता है।
ऐसा नहीं है कि कस्बे वालों ने जनप्रतिनिधियों से समस्या समाधान कराने की मांग ही ना की हो बल्कि समय समय पर जनप्रतिनिधियों से समस्या हल कराने की पुरजोर मांग की लेकिन नतीजा ढाक के तीन पात ही रहा। वो अलग बात है कि समस्या समाधान के नाम पर लाखों रुपए जनप्रतिनिधि और नौकरशाही डकार गई । कभी नाला बनाने के नाम पर कभी नाले की सफाई के नाम पर। यदि उच्च स्तरीय जांच पड़ताल कराई जाये तो घोटाले दर घोटालों की असलियत सामने आते देर नहीं लगेगी I