मगध विवि के परीक्षा नियंत्रक को धमकाना कुलपति को पड़ा महंगा, अब विशेष निगरानी इकाई करेगी जांच

 मगध विवि के परीक्षा नियंत्रक को धमकाना कुलपति को पड़ा महंगा, अब विशेष निगरानी इकाई करेगी जांच

मगध विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. राजेन्द्र प्रसाद पर कानून का शिकंजा और कस सकता है। करोड़ों रुपये के भ्रष्टाचार के आरोप घिरने बाद AVU भी इस मामले की जांच पड़ताल में जुट गई है। मगध विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. राजेन्द्र प्रसाद पर कानून का शिकंजा और कस सकता है। करोड़ों के भ्रष्टाचार के आरोप में घिरे कुलपति पर मगध विवि के परीक्षा नियंत्रक को उनके हक में काम करने के लिए धमकाना महंगा पड़ सकता है। जांच एजेंसी विशेष निगरानी इकाई पूरे मामले पर नजर बनाए हुए हैं। परीक्षा नियंत्रक का पत्र मिलने के एसवीयू भी इस मामले की छानबीन में जुट गई है।बात नहीं मानने पर अंजाम भुगतने की भी धमकी दी थी।

सूत्रों के मुताबिक यह मामला बहुत गंभीर है। भ्रष्टाचार के आरोप में एसवीयू की जांच जारी है।लिहाजा ऐसा करना अनुसंधान को प्रभावित करने की श्रेणी में आता है। मामला विवि में की गई खरीद आदि से जुड़ा है। ऐसे में परीक्षा नियंत्रक से पूर्व के भुगतान के लिए कागजात मांगना एक तरह से जांच को प्रभावित करने की कोशिश के तौर पर देखा जा रहा है। एसवीयू इसकी जांच पड़ताल कर रही है। मामले के खुलासे के बाद एसवीयू कई बिंदुओं पर छानबीन कर रही है। जिन नम्बरों से फोन किए गए उनके डिटेल्स निकाले जा रहे हैं।

आपको बता दें मगध विश्वविद्यालय के . राजेन्द्र प्रसाद एसवीयू की छापेमारी के बाद फिलहाल चिकित्सकीय अवकाश पर हैं। इसके अलावा जिस प्रकार से वह अनुसंधान को प्रभावित करने के लिए अधिकारियों को फोन कर रहे हैं उससे शक का दायरा और भी गहरा हो गया है। माना जा रहा है कि परीक्षा नियंत्रक के अलावा भी उन्होंने और भी लोगों को फोन किया होगा। मोबाइल नम्बरों की छानबीन में इस बात की जानकारी सामने आ सकती है।जांच में यदि आरोप सही साबित हुए तो एसवीयू कुलपति के खिलाफ कार्रवाई कर सकती है।

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