बेखौफ बदमाशों ने बेगूसराय जेल के एंबुलेंस ड्राइवर का एनएच-31 पर गाड़ी रोककर हत्या कर दी

 बेखौफ बदमाशों ने बेगूसराय जेल के एंबुलेंस ड्राइवर का एनएच-31 पर गाड़ी रोककर हत्या कर दी

बेखौफ बदमाशों ने एनएच-31 पर बेगूसराय के एंबुलेंस ड्राइवर की गाड़ी रोककर हत्या कर देने का मामला आया है। एंबुलेंस ड्राइवर पीएमसीएच एक बीमार कैदी को छोड़कर मंगलवार सुबह जेल से लौट रहा था। ड्राइवर के लौटने के दरम्यान् बेखौफ बदमाश जो पहले से घात लगाए हुए थे, एंबुलेंस गाड़ी को रूकवाया इसके बाद ड्राईवर के हाथ की नस को अपराधियों ने काट दिया इसके पश्चात अपराधियों ने फिर एसिड पिलाकर तथा रस्सी से गला घोंटकर मार दिया। अपराधी एंबुलेंस ड्राइवर को मृत समझकर मौके वारदात से फरार हो गये।


सुबह जब गश्ती की टीम वहां से गुजरी तो एंबुलेंस ड्राईवर को खुन से लथपथ देखा। पुलिस तत्काल आनन-फानन में उसे नजदीकी निजी अस्पताल में एडमिट करवाया। लेकिन डाॅक्टरों ने उसे ड्राइवर को मृत घोषित कर दिया। पुलिस टीम शव को सदर अस्पताल पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और घटना की सूचना परिजनों को दे दी गई है। गश्ती टीम मौके वारदात से एसिड की खाली बोतल व रस्सी को बरामद किया है।


पुलिस द्वारा हत्या में शामिल अपराधियों का पता लगाया जा रहा है। मृतक की पहचान नगर थाना क्षेत्र के अंतर्गत वार्ड नंबर 38 मोहम्मदपुर निवासी पन्नू रजक के पुत्र धर्मेन्द्र रजक (40 वर्ष) के रूप में हुआ है। मृतक एंबुलेंस ड्राइवर के पुत्र संदीप ने कहा कि रात नौ बजे सोमवार को पापा ने बोला था कि एक बीमार कैदी को बेगूसराय सदर अस्पताल से पीएमसीएच लेकर जा रहे है तथा वहां से सुबह मंगलवार को घर लौटेगें। आज जब सुबह पुलिस द्वारा हत्या की सूचना मिली तो सभी दंग रह गये। मृतक के परिजनों ने कहा कि धर्मेंन्द्र की किसी से कोई दुश्मनी नहीं थी। लेकिन उसकी स्कार्पियों दिनांक 23 तारीख को चोरी हो जाने से वह कुछ परेषान रहता था। संवाददाता, ए बी बिहार न्यूज।

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