यूपीः उन्नाव में भयावह मंजर, गंगा किनारे रेत में सैकड़ों शव को दफनाया गया

 यूपीः उन्नाव में भयावह मंजर, गंगा किनारे रेत में सैकड़ों शव को दफनाया गया

कोरोना के संकट काल में यूपी उन्नाव से दिल दहला देने वाली खबर आ रही है। बीते कुछ दिनों से लाशों का गंगा नदी में बहते मिलने की खबर आ रही थी। इसी बीच उन्नाव से भयावह स्थिति की तस्वीरे आई है। यहां पर सैंकड़ों शवों को गंगा किनारे रेत में दफन कर दिया गया है।
यूपी केे शुुक्लागंज हाजीपुर के अंतर्गत रौतापुर गंगा नदी घाट पर हर कोई रेती में कब्रगाह को देखकर चौक गया है। लोगों का इस संबंध में कहना है कि लकड़ियां महंगी एवं कम होने की वजह से लोग रीति रिवाज से शवों का अंतिम संस्कार करने के बजाय शवों को दफन करने शुरू कर दिये है। दूरदराज से रौतापुर घाट पर आने वाले लोग शव को अंतिम संस्कार करने के बजाय उसे दफन कर दे रहे है। यहां 16 शव बुधवार को आए जिसमें 13 शवों को गंगा किनारे रेती में दफन कर दिया गया।
कोरोना वैष्विक महामारी के अतिरिक्त अन्य कई कारणों व बीमारियों से मौते हो रही है लेकिन आंकड़ों की बाजीगरी करने में व्यस्त दिख रही है। अंतिम संस्कार करने के लिए गंगा के सभी घाटों पर लोगों की भीड़ के कारण लाईन लगी रहती है। ग्रामीणों ने जानकारी दी कि रौतापुर घाट पर बुधवार को अंतिम संस्कार चार सौ से अधिक शवों का किया गया है। इनमें से बहुत सारे शव को रेत में दफन भी किया गया है। यूपी के हाजीपुर चौकी क्षेत्र के अंतर्गत रौतापुर घाट पर दो दर्जन से भी अधिक गांवो के लोग यहां पर अंतिम संस्कार के लिए आते है।
ग्रामीणों ने आगे बताया कि घाट पर अंतिम संस्कार हेतु लकड़ियों की कमी होने से स्थिति गंभीर बनी हुई है। लकड़ियों के इंतजाम कर रहे लोग चिता सजाते है वर्ना गंगा किनारे रेत में ज्यादातर शव को दफनाया जा रहा है। अब स्थिति यह बन गई है कि शव को दफनाने के लिए घाट पर जगह कम पड़ गयी है। जिस कारण लोगों को शवों का अंतिम संस्कार करने में काफी कठिनाईयों का सामना रकना पड़ रहा है। अंतिम संस्कार के लिए बुधवार को घाट पर सोलह शव आए थे। जिसे छह फीट गहरा गढ्ढा खोदकर दफन कर दिया गया।
ग्रामीणों का कहना है कि इससे गंगा नदी का जल प्रदूषित होगी और बरसात के दिनों बाढ़ आने पर शव बहकर गांव के नजदीक पहुंच आ सकता है। जिससे बीमारियां फैलने का खतरा बढ़ेगा।
अधिकारी सदर सत्यप्रित ने कहा कि गंगा किनारे रेत में अगर सैकड़ों शवों को दफनाया गया है तो इसकी जांच कराई जाएगी। संवाददाता, ए बी बिहार न्यूज।

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