उत्तर प्रदेश:माफियाओं के अंत के साथ वित्तीय वर्ष का शुभ समापन – दिव्य अग्रवाल
समस्त समाचार मुख्तार अंसारी के कुकृत्यों की चर्चा कर रहे हैं पूरा उत्तर प्रदेश मुख्तार अंसारी के आपराधिक जीवन के से परिचित है ही परन्तु एक विषय जिसको समझना आवश्यक है । जब कृष्णानंद राय की निर्मम हत्या की गयी तो उनके शव से उनकी चोटी काटी गई , चोटी या जनेऊ सनातन संस्कृति का प्रतीक है । अर्थात चोटी काटकर मुख्तार ने सनातन के पार्टी अपनी कट्टरपंथी मानसिकता का खुला प्रदर्शन किया और सभी तत्कालीन सत्ताएं मौन रही।
निसंदेह योगी जी महाराज की सरकार ने अपनी दृढ इच्छाशक्ति से मजहबी माफियाओं को जमीदोज करने में कोई कसर नहीं छोड़ी परन्तु सभ्य समाज क्या ऐसे अपराधों की गंभीरता को समझता है । क्यूंकि यदि समझता तो इतने वर्षो तक मुग़ल विचारधारा का अनुशरण कर चोटी काटना , जनेऊ तोडना और मानवता की निर्मम हत्या करने वाले मुख्तार अंसारी जैसे अपराधियों का संरक्षण करने की हिम्मत किसी भी सरकार की न होती ।
तत्कालीन सरकारों में तो सभ्य समाज यह मान चूका था की अतीक,अंसारी जैसे माफियाओं के समक्ष अपमान जनक जीवन व्यापन करने के अतिरिक्त कोई मार्ग बचा ही नहीं है। चलो अब जैसा भी है पर यह कहा जा सकता है की उत्तर प्रदेश में राम राज्य की कल्पना के अंतर्गत वित्तीय वर्ष 2023 – 2024 का शुभ समापन हो रहा है जिसमे कुछ बड़े माफियों का खाता पूर्ण रूप से बंद हो चूका है किसी भी प्रकार का लेन देन शेष बचा नहीं है I