भगवान श्रीराम पर पूर्व CM जीतनराम मांझी की टिप्पणी पर विश्व हिंदू परिषद की चेतावनी, कहा अनर्गल बयान देने से बाज आएं
बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी ने भगवान श्रीराम पर टिप्पणी की है। जिसको लेकर विश्व हिंदू परिषद ने कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। विहिप के केंद्रीय महामंत्री मिलिंद परांडे ने कहा कि मांझी ने राजनीतिक हित के लिए न सिर्फ रामभक्तों का अपमान किया है बल्कि देश के संविधान, सर्वोच्च न्यायालय, हिंदू समाज और महर्षि वाल्मीकि का भी अपमान किया है।उन्होंने आगे कहा कि ऐसे अनर्गल बयान देने से पहले राम जन्मभूमि के बारे में सर्वोच्च न्यायालय के निर्णय को भी ध्यान में रखना चाहिए।
बीते दिन शनिवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में परांडे ने कहा कि आज कल कुछ लोग स्वयं को वंचित समुदाय के मसीहा बताने की कोशिश में हैं। लेकिन समुदाय पर जब इस्लामिक जिहादियों के हमले होते हैं तब इनके मुंह बंद हो जाते हैं। पूर्व मुख्यमंत्री को बोलने से पहले यह जरूर सोचना चाहिए था कि वो रामराज्य की कल्पना करने वाले महात्मा गांधी, डॉ. राम मनोहर लोहिया के साथ उन करोड़ों रामभक्तों का अपमान कर रहे हैं। जिन्होंने समर्पण भाव से राम जन्मभूमि मंदिर के लिए निधि समर्पित की है।
आपको बता दें कि राम मंदिर के निर्माण की बाबत उन्होंने कहा कि 2023 तक अयोध्या में भगवान राम अपने मंदिर के गर्भगृह में स्थापित हो जाएंगे। उसके बाद अयोध्या देश का प्रमुख तीर्थस्थल बन जाएगा। उन्होंने ये भी कहा कि बिहार में लव जिहाद और सीमांचल में इस्लामिक घुसपैठ बढ़ रहे हैं। ईसाई मिशनरियों द्वारा धर्मांतरण भी हो रहा है। इसपर विहिप गंभीर है। इस मौके पर क्षेत्रीय सेवा प्रमुख हंसराज जैन, क्षेत्रीय मंत्री वीरेंद्र विमल और प्रांत सह मंत्री पारस शर्मा आदि मौजूद थे।