इस दिशा में तिजोरी खुलने से धनहानि! घर में इन बातों का जरूर रखें ध्यान
वास्तु शास्त्र (Vastu Shastra) से किसी व्यक्ति के भाग्य में परिवर्तन तो नहीं किया जा सकता लेकिन जीवन शैली में बदलाव लाया जा सकता है. वास्तु के अनुसार घर की दशा और दिशा के साथ फर्नीचर आदि की सजावट से पंच तत्वों में संतुलन ला कर उत्तम स्वास्थ्य, धन-ऐश्वर्य, सुख-शांति प्राप्त कर सकते हैं.
वास्तु नियमों के अनुसार इस सृष्टि की रचना पंच तत्वों से मिलकर हुई है. जिसमें आकाश, पृथ्वी, जल, वायु और अग्नि शामिल हैं. हालांकि, इन सबका स्वतंत्र अस्तित्व एवं महत्व है. वास्तु का तात्पर्य ऊर्जा को सकारात्मक तरीके से परिणाम स्वरूप फलीभूत करना है.आर्थिक उन्नति प्राप्त करना हर व्यक्ति के जीवन का अहम हिस्सा होता है. इसके लिए पंच तत्वों में संतुलन बनाना और सकारात्मकता लाना जरूरी है.
उच्च स्तर की जिंदगी जीने के लिए वास्तु के मुख्य नियमों को आधार बनाकर आगे बढ़ा जा सकता है, जिससे घर में धन एवं आर्थिक समृद्धि बनी रहे. वास्तु के अनुसार घर में आर्थिक स्थिरता प्राप्त करने के लिए घर की पृथ्वी दिशा को महत्वपूर्ण माना जाता है. पृथ्वी की दिशा होती दक्षिण पश्चिम होती है.
इस बात का ध्यान रखना जरूरी है कि घर की तिजोरी दक्षिण या पश्चिम दिशा में नहीं खोलनी चाहिए. दक्षिण-पश्चिम दिशा में तिजोरी खुलने से धन हानि के योग होते हैं. यदि आप अपने गहनों और धन से जुड़े दस्तावेज़ों को घर के दक्षिण-पश्चिमी दिशा में रखेंगे. जिनका मुख उत्तर और उत्तर पूर्वी रहेगा तो इससे आर्थिक संपूर्णता बढ़ती है.