हिंदी फिल्मों की जाने-माने अभिनेता मनोज बाजपेई ने राजनीति में आने को लेकर लिया बड़ा निर्णय?
मशहूर बॉलीवुड एक्टर मनोज बाजपेयी ने कहा कि वह एक्टर हैं और हमेशा यही रहेंगे। उनकी पॉलिटिक्स की दुनिया में आने का कोई इरादा नहीं है। मनोज बाजपेयी ने कहा कि अगर उन्हें अच्छी स्क्रिप्ट मिले तो वह भोजपुरी फिल्मों में भी काम करने के लिए तैयार हैं।
आपको बता दें बॉलीवुड एक्टर ने कहा, ‘मैं राजनीति के क्षेत्र में बिल्कुल भी शामिल नहीं हो रहा हूं। जब मैं पिछली बार बिहार आया था और लालू प्रसाद जी और राज्य के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव से मिला था तो लोग अपने हिसाब से ये अंदाज लगाने लगे थे। उन्होंने अनुमान लगाया कि मैं राजनीति में शामिल होऊंगा। यह 200 फीसदी तय है कि मैं राजनीति में नहीं आऊंगा, इसका सवाल ही नहीं उठता।’ इसके अलावा मनोज बाजपेयी ने भोजपुरी फिल्म इंडस्ट्री में भी काम करने को लेकर कुछ बातें कहीं।
बाजपेयी बिहार के पश्चिमी चंपारण जिले के बेलवा गांव के रहने वाले हैं। उन्होंने लालू प्रसाद से पिछले साल 18 सितंबर को पटना में उनके घर पर (10 सर्कुलर रोड पर) मुलाकात की थी। दोनों के बीच मुलाकात के बारे पता तब चला जब तेजस्वी यादव ने सोशल मीडिया पर पोस्ट शेयर किया। वही नई फिल्म नीति लाने की बिहार सरकार की योजना के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, ‘राज्य सरकार को तुरंत नई फिल्म नीति पेश करनी चाहिए। अगर इसे जल्द से जल्द लागू किया जाता है तो राज्य इसके कलाकारों और यहां की जनता को उचित मंच मिलेगा। बिहार में फिल्म बिरादरी राहत की सांस लेगी क्योंकि जो फिल्म निर्माता बिहार में शूटिंग करना चाहते हैं, वे आमतौर पर राज्य के बाहर शूटिंग के विकल्प तलाशते हैं।’
आगे उन्होंने कहा कि बिहार में फिल्म निर्माण की अपार क्षमता और संभावनाएं हैं। बाजपेयी ने ये भी कहा कि कला और संस्कृति के क्षेत्र में बिहार के गौरवशाली अतीत और प्राकृतिक सिनेमाई खजाने फिल्म निर्माताओं को आकर्षित करने के लिए पर्याप्त हैं। एक्टर अपनी हाल ही में रिलीज हुई फिल्म ‘सिर्फ एक बंदा काफी है’ के प्रचार के सिलसिले में पटना में थे।