बीजेपी कोटे के मंत्री की तारीफ के पीछे क्या है बीजेपी का मेगा प्लान ?
बिहार बीजेपी सम्राट चौधरी को भुनाने की तैयारी में जुटी है। पंचायती राज मंत्री के उन निर्णयों के माध्यम से बीजेपी ग्रास रूट तक अपनी पकड़ को और मजबूत करना चाहती है। बीजेपी ने साफ कर दिया है कि सम्राट चौधरी ने पंचायती राज मंत्री के तौर पर कई ऐतिहासिक निर्णय लिये हैं। चाहे परामर्शी समिति बनाने का निर्णय हो या फिर पंचायतों के काम के लिए अलग अधिकारी की तैनाती का। पार्टी का मानना है कि ये तमाम निर्णय पंचायती राज मंत्री सम्राट चौधरी की वजह से संभव हो सका।
BJP ने सम्राट पर लगाया दांव
बीजेपी के प्रदेश कार्यालय में आत्मनिर्भर बिहार और आत्मनिर्भर पंचायत पुस्तक का लोकार्पण के मौके पर बीजेपी अध्यक्ष संजय जयसवाल एव पंचायती राज मंत्री सम्राट चौधरी शामिल हुए। पुस्तक लोकार्पण के बाद पत्रकारों से बातचीत में प्रदेश अध्यक्ष डॉ. संजय जायसवाल ने कहा कि बिहार में बहुत ही अच्छी व्यवस्था के तहत चुनाव कराये जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी ने पंचायतों में इतनी राशि दी है जिससे तीन पंचायतों को मिलाकर एक विधायक और पांच पंचायतों को मिलाकर एक सांसद के बराबर राशि मिलती है। संजय जायसवाल ने कहा कि जो लोग समाज के लिए जो अच्छा काम करते हैं उन्हें आगे आना चहिए । वैसे लोगों को पंचायत चुनाव लड़ना चाहिए। अध्यक्ष ने साफ कर दिया कि अगर हमारे कार्यकर्ता चुनाव लड़ना चाहते हैं तो वे स्वतंत्र हैं।
पंचायत का चुनाव लड़ेंगे बीजेपी कार्यकर्ता
बीजेपी अध्यक्ष ने कहा कि वोटरों को चाहिए कि जब पंचायत प्रतिनिधि चुनें तो उसका स्वभाव-चरित्र का जरूर ध्यान रखें. अच्छे लोगों का चुनाव होना चाहिए। संजय जायसवाल ने कहा कि पंचायती राज मंत्री सम्राट चौधरी लगातार पंचायतों को सशक्त बनाने का काम कर रहे हैं। अब इनके प्रयास से पंचायतों के काम के लिए अलग से पदाधिकारी की नियुक्ति की जा रही है। पहले जो काम बीडीओ और डीडीसी के जिम्मे था उस काम के लिए अब अलग से अधिकारी नियुक्त होंगे। ताकि काम बहुत तेजी से हो सके।