शीतकालीन सत्र के तीसरे दिन सदन में अमित शाह ने इस विधेयक पर बात रखते हुए कांग्रेस पर जमकर हमला बोला
संसद का शीतकालीन सत्र चल रहा है I इसमें खासतौर पर जम्मू और कश्मीर आरक्षण (संशोधन) विधेयक 2023 और जम्मू और कश्मीर पुनर्गठन (संशोधन) विधेयक 2023 पर चर्चा को लेकर हंगामा हो रहा है I बुधवार को शीतकालीन सत्र के तीसरे दिन सदन में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने इस विधेयक पर अपनी बात रखते हुए कांग्रेस पर जमकर हमला बोला I
आपको बता दें गृहमंत्री अमित शाह ने देश के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू को लेकर जब सदन में बयान दिया तो कांग्रेस सांसदों से उनकी बहस हुई I इसी बीच जम्मू और कश्मीर पुनर्गठन (संशोधित) विधेयक पर चर्चा के दौरान कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी से भी तीखी नोक-झोंक हुई I
अमित शाह जब जवाब देने की कोशिश कर रहे थे तब मनीष तिवारी लगातार बोले जा रहे थे, जिसके बाद अमित शाह ने उनसे संरक्षण की मांग लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला से की I अमित शाह ने कहा, “अध्यक्ष महोदय मैं इस तरह से नहीं बोल सकता I मुझे इनसे संरक्षण चाहिए I” शाह ने कहा, “महोदय मुझे व्यवस्था बना करके दीजिए ताकि मैं जवाब दे सकूं I मैं ऐसे इनका जवाब नहीं दे सकता I” इस बीच मनीष तिवारी बोले जा रहे थे और लोकसभा के अध्यक्ष ओम बिरला उन्हें चुप कराकर केंद्रीय गृहमंत्री की ओर बोलने का इशारा कर रहे थे I
दरअसल संसद में संशोधित विधेयक में जम्मू कश्मीर के पुनर्गठन को लेकर दो दिनों से चर्चा हो रही थी, जिसका जवाब अमित शाह दे रहे थे I इस दौरान मनीष तिवारी ने कहा कि संशोधित विधेयक में पुनर्गठन और राज्यों की विधानसभा भंग करने को लेकर प्रावधान ही नहीं है I इसका जवाब देते हुए अमित शाह ने विधेयक के उस खंड को पढ़ा, जिसमें इस प्रावधान का जिक्र है और कहा कि मनीष तिवारी ने पूरा नहीं पढ़ा है I इसके बाद तिवारी खड़े हुए और लगातार बोल रहे थे, जिसके बाद शाह ने संरक्षण मांगा I आगे जम्मू और कश्मीर का भविष्य तय करने वाले बिलों पर चर्चा का जवाब देते हुए संसद में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा, “जवाहर लाल नेहरू की गलती से पीओके बना है I सेना जीतने वाली थी पर नेहरू ने कश्मीर जीते बिना ही सीजफायर का ऐलान किया I शाह ने आगे कहा, जमीन चली गई और नेहरू जी ने बोला ब्लंडर हो गया I शाह के बयान के बाद संसद में हंगामा शुरू हो गया I