आलू सहित सब्जियों के दाम बढ़ने से थोक महंगाई आठ महीने की ऊंचाई पर
देश में थोक मूल्य सूचकांक आधारित (WPI) महंगाई दर आठ महीने की ऊंचाई पर पहुंच गई है. अक्टूबर महीने में WPI आधारित मुद्रास्फीति 1.48 फीसदी रही, जबकि सितंबर महीने में यह 1.32 फीसदी थी. पिछले साल अक्टूबर में थोक महंगाई महज 0 फीसदी थी.
आलू सहित सब्जियों के दाम और मैन्युफैक्चर्ड उत्पाद के दाम बढ़ने से थोक महंगाई बढ़ी है. आलू के दाम में तो 107 फीसदी का उछाल आया. इससे पहले खुदरा महंगाई के आंकड़े भी चिंताजनक स्तर पर रहे हैं
सब्जियों के दाम बढ़े
अक्टूबर में सब्जियों और आलू के दाम क्रमश: 25.23 फीसदी और 107.70 फीसदी बढ़ गए. वहीं गैर-खाद्य वस्तुओं के दाम 2.85 फीसदी और खनिजों के दाम 9.11 फीसदी बढ़ गए.
मैन्युफैक्चर्ड प्रोडक्ट महंगे
अक्टूबर में विनिर्मित उत्पाद 2.12 फीसदी महंगे हुए. सितंबर में इनके दाम 1.61 फीसदी बढ़े थे. इस दौरान ईंधन और बिजली के दाम 10.95 फीसदी घट गए. पिछले सप्ताह जारी आंकड़ों के अनुसार उपभोक्ता मूल्य सूचकांक आधारित खुदरा मुद्रास्फीति अक्तूबर में 7.61 फीसदी रही है.