नवरात्रि के अंतिम दिन करें माँ सिद्धिदात्री की पूजा, पूर्ण होगी सभी मनोकामनाएं
शारदीय नवरात्रि के अंतिम दिन मी सिद्धिदात्री की पूजा कि जाती है| माँ सिद्धिदात्री भक्तों को हर प्रकार की सिद्धि प्रदान करती हैं| चार भुजाओं वाली माँ सिद्धिदात्री सिंह की सवारी करती हैं| इनकी दाहिनी ओर के ऊपर वाले हाथ में गदा और नीचे वाले हाथ में चक्र है| बाईं ओर के ऊपर वाले हाथ में कमलपुष्प और नीचे वाले हाथ में शंख है| देवी सिद्धिदात्री के आशीर्वाद के बाद श्रद्धालु के लिए कोई कार्य असंभव नहीं रह जाता है और उसे सभी सुख-समृद्धि प्राप्त हो जाती है|
नवरात्र के 8 दिनों तक जब कोई व्यक्ति भक्ति के मार्ग पर चलता है तो अंतिम दिन उसे सिद्धियाँ प्राप्त होती हैं,इसलिए नवरात्र के अंतिम दिन इन देवी की पूजा की जाती है| देवी सिद्धिदात्री की कृपा से साधक के अंतर्मन में ज्ञान का प्रकाश भर जाता है और उसके लिए कोई काम असंभव नहीं रह जाता| सांसारिक सुखों का त्याग कर वह ईश्वर से साक्षात्कार करने योग्य हो जाता है|